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नवरात्रि की चतुर्थ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ


 

4- कूष्माण्डा

नवरात्रि की चतुर्थ दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ 

सुरासंपूर्णकलशं रुधिराप्लुतमेव च |

दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे ||

अर्थात् अण्डे को धारण करने वाली; स्त्री और पुरुष की गर्भधारण, गर्भाधान शक्ति है जो माँ दुर्गा की ही शक्ति है, जिसे समस्त प्राणीमात्र में देखा जा सकता है.

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